Fd ya sip kya hai behtar: निवेश करना यानी कि अपने भविष्य को उज्जवल बनाना। जो के बिल्कुल सच है। अगर आप अपने पैसों को सही जगह निवेश करते हो तो आप ज्यादा और अच्छे रिटर्न प्राप्त कर सकते है। लेकिन एक बात याद रहे कि ज्यादा रिटर्न पाने के लिए आपको ज्यादा रिस्क भी लेने होंगे।
जो ज्यादातर लोग नहीं लेना चाहते हैं। इसी कारण से लोग ज्यादा किसी निवेश के विकल्प की तरफ नही देखते है। और सीधे अपने पैसे FD में लगा देते है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें म्युचुअल फंड के बारे में थोड़ी सी जानकारी होती है।
और वह लोग म्युचुअल फंड में SIP करवाते हैं। क्योंकि उनके अनुसार एसआईपी एक अच्छा विकल्प है FD के मुकाबले।
तो अब सवाल यह उठता है कि आपके लिए कौन सा निवेश का विकल्प अच्छा है SIP या FD। चलिए इस लेख में जानते है।
FD क्या है | Fixed Deposit क्या है
FD में लोग अपने पैसों को एक फिक्स्ड समय के लिए डालते है। जिस पर उन्हें फिक्स्ड रिटर्न मिलते है। FD में 5.5% से 7.8% तक का ब्याज मिलता है। जो की फिक्स्ड होता है।
जो काफी सारे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। वैसे तो FD में पैसे ज्यादा तर ऐसे लोग निवेश करते है जो Retired होते है यानी उमर दराज होते है। क्योंकि वो रिस्क लेने के काबिल नही होते है।
Fixed Deposit – फिक्स पैसे Deposit करना, फिक्स समय के लिए।
SIP क्या है | Systematic Investment Plan क्या है
SIP, म्युचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है। जिसमे लोग अपनी क्षमता के अनुसार हर महीने कुछ पैसे निवेश करते है और उन पैसों पर रिटर्न पाते है।
SIP एक लक्ष निर्धारित निवेश होता है। जिसमे लोग किसी लक्ष के अनुसार निवेश करते है। जैसे अगर किसी को 7 साल में अपना खुदका घर खरीदना है तो, उसे आज से ही SIP में कितना पैसा निवेश करना होगा।
और SIP की एक काफी खास बात ये होती है कि इसमें आप अपने लक्ष के साथ साथ अपने रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार भी निवेश कर सकते हो।
अगर आपके रिस्क लेने की क्षमता ज्यादा है तो आपको Equity Funds में निवेश करना चाहिए, अगर कम है तो Debt Funds में, और अगर medium है तो आपको Hybrid Funds में निवेश करना चाहिए।
Fd ya sip kya hai behtar | Fd या Sip क्या है बेहतर
देखिए दोनो ही निवेश के विकल्प अपनी अपनी जगह पर है, किसी में रिटर्न कम है तो किसी में रिटर्न फिक्स होता है आदि। तो ऐसे में आपको इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए। फिर तब जा कर कोई फैसला लेना चाहिए की आपके लिए क्या बेहतर है ? चलिए शुरू करते है।
निवेश अवधि ( Investment Period )
वैसे तो लोग FD को शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनो के लिए करते है। क्योंकि FD में आप 7 दिन से ले कर 10 साल तक के लिए निवेश कर सकते हो।
वही SIP में लोग लॉन्ग टर्म के लिए पैसे निवेश करते है। क्योंकि लोग ये बात जानते है की वो जितनी ज्यादा पैसा SIP में लगाएंगे। वो लोग उतना ही अच्छा रिटर्न भी पाएंगे।
ब्याज ( रिटर्न ) में बेहतर कौन
FD में आपको 5 – 8 % तक का रिटर्न मिलता है। और ये रिटर्न फिक्स होता है।
वही SIP में रिटर्न फिक्स नहीं होता है। ये निर्भर करता है मार्केट के ऊपर। लेकिन अगर एक average के तौर पर कहा जाए तो 10 – 15 % रिटर्न।
न्यूनतम निवेश ( Minimum Investment )
FD में कम से कम ₹1000 – ₹5000 से शुरुआत कर सकते है। लेकिन कई बार ये आपके बैंक के ऊपर भी निर्भर करता है की आप किस बैंक में निवेश करते हो। वहा का क्या नियम है।
वही SIP में आप कम से कम ₹500 से भी निवेश करना शुरू कर सकते हो। और याद रहे की अगर आपको SIP महीने के हिसाब से नही करना है तो आप Quarterly यानी तीन महाना भी कर सकते हो।
यानी अगर आप ₹500 की SIP नहीं करते हो तो, आप Quarterly SIP भी कर सकते हो। उसी पैसे ( ₹500 ) के साथ।
टैक्स
FD में लोगों को जो रिटर्न मिलता है। उस पर लोगों को उनके tax slab के हिसाब से टैक्स भरना होता है।
वही दूसरी तरफ SIP में ये निर्भर करता है की आप ने किस म्युचुअल फंड के प्रकार में निवेश किया है और कितने समय के लिए किया है। तो इस हिसाब से आपको टैक्स लगता है।
Fd ya sip kya hai behtar – Conclusion
इस लेख मैं हमने FD और SIP, दोनों के बारे में काफी सारी चीजें जानी। ऐसी चीजें जो आपके निवेश करने के तरीके को बदल सकती है। बाकी म्युचुअल फंड से संबंधित और भी कई जरूरी चीजें होती है।
जैसे म्युचुअल फंड की गलतफहमी, म्युचुअल फंड की गलतियां आदि जिन्हे जानकर आप म्युचुअल फंड में एक सही शुरुआत कर सकते हो। तो इसके लिए आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप और टेलीग्राम को ज्वाइन करें।
धन्यवाद !!!